युवाओं को संस्कृति जानने की जरुरत हैः विहिप प्रांत संगठन मंत्री




भानु प्रताप सिंह

ग्रेटर नोएडा। विवार को विश्व हिंदू परिषद के 57 वें स्थापना दिवस व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर  कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ग्रेटर नोएडा के सिग्मा-में ग्रेटर नोएडा वर्ल्ड स्कूल में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जीएनआईओटी कॉलेज के चेयरमैन राजेश कुमार गुप्ता और मुख्य वक्ता के रूप में विहिप के मेरठ प्रान्त के संगठन मंत्री नागेंद्र 'समर्थने शिरकत की। इस कार्यक्रम में गौतम नगर और ग्रेटर नोएडा प्रखण्ड के अध्यक्ष और विहिप के कार्यकर्ता शामिल रहे।

विश्व हिंदू परिषद की स्थापना जन्माष्टमी के दिन 30 अगस्त 1964 में हुई थी। हालांकि विहिप संगठन स्थापना दिवस हिंदी तिथि के अनुसार जन्माष्टमी के दिन मनाता है। लेकिन संयोग से 57वें स्थापना  दिवस पर जन्माष्टमी  का त्योहार 30 अगस्त को ही पड़  रहा है। जिसके उपलक्ष्य में कार्यक्रम का  आयोजन 29 अगस्त  को रखा गया। दीप प्रज्वलन और मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुख्य अतिथि राजेश कुमार गुप्ता ने लोगों को बहुत ही कम शब्दों में विश्व हिंदू परिषद  के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दीं साथ ही जन्माष्टमी की शुभकामनाएं भी दीं। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समर्थ ने विश्व हिंदू परिषद को व्याख्यात्मक रूप से समझाते हुए कहा कि विश्व हिंदू परिषद वसुधैव कुटुंबकम को मानने वाला संगठन है। उन्होंने बताया कि किस तरह से विश्व हिंदू परिषद ने जमीनी स्तर पर कार्य किया है। हमारे राष्ट्र को मजबूत करने के लिए संगठन को अच्छे से काम करने की जरूरत है। वहीं युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज के युवाओं को संस्कृति से जागरूक होने और दिल से मजबूत होने की आवश्यकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आज के युवा थोड़ी-थोड़ी बात पर कुछ भी गलत कदम उठा लेते हैइसलिए युवाओं को जिंदगी का महत्व समझने की जरूरत है। समर्थ ने जातिवाद पर बोलते हुए कहा कि भारत में इसीलिए लोग पीछे रह जाते हैं क्योंकि यहां के लोगों पर जातिवाद हावी है। महाभारत और श्रीकृष्ण का नाम लेते हुए कहा कि लोगों को इनसे प्रेरणा लेने की ज़रूरत हैजिस तरह श्रीकृष्ण ने लोगों को कंस से बचाया था। उसी तरह आज भृष्ट लोगों से समाज को बचाने के लिए विहिप को जमीनी स्तर पर मजबूती से काम करने की ज़रूरत है। वहीं नागेंद्र समर्थ ने विहिप की अनेकों कामयाबियां गिनाईं। लोगों को हिंदू धर्म के प्रति आस्था और विश्वास बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे देश में धर्म परिवर्तन एक बड़ी समस्या बन चुका है। सन् 1981 में केरल में 1334 परिवारों ने एक साथ धर्म परिवर्तन किया था। जो कि आज तक का धर्म परिवर्तन का सबसे बड़ा मुद्दा माना गया है। हमें धर्म परिवर्तन को रोकना होगा और सभी हिंदुओं को एकजुट होकर रहना होगा।

गौरतलब है  कि कार्यक्रम की अध्यक्षता विहिप गौतमबुद्ध नगर के विभागाध्यक्ष प्रेमपाल नागर ने की। कार्यक्रम  में विहिप मेरठ प्रांत के प्रचार प्रमुख अवधेश पाण्डेय के अलावा संगठन  के जिला एवं प्रखण्ड स्तर के तमाम कार्यकर्ता व सेवाभारती संगठन के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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