जिहाद की मध्य युगीन अवधारणाओं पर लगे विराम : विहिप केंद्रीय कार्याध्यक्ष, राष्ट्रपति को लिखा पत्र




भानु प्रताप सिंह

ग्रेटर नोएडा । राजस्थान के उदयपुर में धार्मिक उन्माद की वजह से एक सनातनी दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के बाद विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में आक्रोश की ज्वाला धधकती हुई दिख रही है। पूरे देश में विहिप व बजरंगदल के कार्यकर्ता रैलियां निकाल कर हत्यारों को सजा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही जगह जगह दोषियों के पुतले भी फूंके जा रहे हैं।

गुरुवार को जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के बरेली में बजरंग दल की महानगर इकाई ने प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया। वहीं दूसरी तरफ नोएडा- ग्रेटर नोएडा के विहिप और बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने भी गुरुवार को एकजुट होकर सुतियाना क्षेत्र में माता मंदिर के पास दोषियों का पुतला फूंका। साथ ही मातृशक्ति शाखा ने भी दोषियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।  बरेली में विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया वही सुतियाना के प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से देश के महामहिम राष्ट्रपति को पत्र लिखकर दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक मदद व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है। 


राष्ट्रपति के नाम पत्र- 

गौरतलब है कि बरेली में प्रदर्शन कारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि जिहाद की मध्य युगीन अवधारणाएं धार्मिक उन्माद को बढ़ा रही हैं। ये विश्व शांति व मानवता के लिए गंभीर चुनौती हैं जिनका मुकाबला सम्पूर्ण विश्व के सभ्य समाज को करना होगा, चाहे उसकी कोई भी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े। उन्होंने उदयपुर के हत्यारों की फास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई तथा 6 माह में फांसी के द्वारा पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने की मांग भी की।

बरेली के लल्ला मार्केट स्थित श्री कृष्ण लीला स्थल पर हुए इस प्रदर्शन में उन्होंने कहा कि उदयपुर की घटना धार्मिक उन्माद का ही परिणाम है। इस्लाम का एक वर्ग जिहाद को जिस प्रकार समझता है, वह बेहद खतरनाक है। उसे लगता है कि गैर इस्लामिक लोगों पर हमला, हत्या व उनका माल लूटना उचित है। महिलाओं का अपहरण व उनको भोगना, माले गनीमत है। इसी अवधारणा के कारण विश्व के अनेक भागों में हिंसा व अशान्ति फैली हुई है। 

विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि कुछ इस्लामिक संस्थाओं ने उदयपुर की घटना की निंदा तो की किन्तु, जब तक जिहाद के संबंध में ये अवधारणाएं फैलाई जाती रहेंगी तब तक ना तो विश्व में शांति रहेगी और ना ही सांप्रदायिक सद्भाव। सरकारें तो इनको कानून-व्यवस्था का मामला मान कर निपटेंगी हीं किन्तु, यह तो एक वैचारिक युद्ध है जिसे विश्व भर के उस सम्पूर्ण सभ्य समाज को लड़ना है जो कि मानवीय मूल्यों, मानवाधिकारों, मानवीय गरिमा तथा महिलाओं की प्रतिष्ठा में विश्वास रखता है। उन्हें अपनी आवाज उठानी होगी। इस आवाज को उठाने में जो खतरे हैं, उन्हें झेलना होगा, उसकी कीमत भी चुकानी पड़ेगी। 

विहिप कार्याध्यक्ष ने मुस्लिम समाज का भी आह्वान करते हुए कहा कि वह वर्तमान समय के प्रवाह को समझकर अपनी विचारधारा को दुरुस्त करें। उन्हें इस बात की भी सावधानी बरतनी पड़ेगी कि मदरसे तथा अन्य संस्थाएं आतंकवाद की नर्सरी के रूप में प्रयोग में ना आएं। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल निर्भयता पूर्वक समाज की सुरक्षा व इस प्रकार के आघातों का सामना करने हेतु अग्रिम मोर्चे पर बने रहेंगे। 

बरेली प्रदर्शन कारियों में विहिप महा नगर अध्यक्ष  श्री आशु अग्रवाल, कार्याध्यक्ष श्री दिव्य चतुर्वेदी, बजरंगदल के महा नगर संयोजक श्री नीरज चौरसिया, सह-संयोजक श्री नितिन शर्मा व केवलानंद गौड़ सहित अनेक पदाधिकारी व हिन्दू जनमानस सामिल रहा। वहीं सुतियाना विहिप के जिला सहमंत्री- चंदन, जिला सेवा प्रमुख- पीयूष पाण्डे, जिला कोषाध्यक्ष- रक्तमणि पांडे, जिला मातृशक्ति संयोजिका- मिताली शर्मा, विनय कुमार, सचिन रावल, रोहित गुर्जर समेत कई कार्यकर्ताओं के साथ अन्य लोग भी मौजूद रहे।


Source - Press Release

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